अब कुज कहने का ख्याल आता है क्योकि टीवी ओर टीवी चैनल वालो ने कुज लोगो के बारे में बतया की ये लोग सभुत मागते है में कहना चाहता हु की सभुत उसका होता है जिससे हमें कुज नुकसान न हो जिसे हमें पता चले की जब हम बतायंगे बादमे हमें कोई नुकसान न हो क्योकि सभुत कोर्ट में दिखाया जाता है वो वो भी हमरा पक्ष को बचाव के लिए और वो मीडिया में आता भी है और नहीं भी आता. तो में कहना चाहता था की सभुत होता है लिकेन सही समय पर आना पर दिखाया जाता है ओर नहीं भी क्योकि ...
क्याकि हमारे सीमा का सवाल है. हमारे खुभिया ऑपरेशन का सवाल है हमरे जो सोल्जर जो सीमा के उस पर सर्जिकल किया है तब बिना कोई संकोच के किया होंगा न की प्रूफ के लिए .. जब ऐसी कोई सर्जिकल होती है तो मुझे बेबी मूवी याद आती है जब अक्षय दुसरे देश में जाता है तब भारत के लिए जात है, भारत की जनता के लिए जाता है न की कोई प्रूफ बनाने की मेने ये किया है न की कुज दिखने की हम ने कुज करवाया है . तब जाता है एक देशप्रेम की तरफ से लिकेन न की एक इंडियन सिटिज़न की तरफ से . क्योकि आपने भी देखा की कुज होता है वह तो भारत की कोई रेपोंसिबिलिटी नहीं होती क्योकि दो देश की बात है इसलिए.तो मेरे भाईओं आप ही बताओ क्या जब POK हमारे सोल्जर गए तो उनके प्रूफ मांगना क्या ठीक होंगा. बिलकुल गलत है क्योकि ये गए न गए वो बात नहीं लेकिन दुनिया को बता दिया की हम भी अमेरिका से कम नहीं है क्योकि दुनिया पता चला है ये ...अब दूसरा ..
अब में कहना चाहूँगा की पाक ओर इंडिया के बिच बहुत मीडिया में आता है आज ये हुवा आज वो हुवा इसलिए ये नेताओ ने बोला प्रूफ दो मेरे भाई यही सर्कार थी जब मलेसिया में भी जाके आ गई थी आपको पता नहीं होंगा सायद भूल गए लेकिन नार्थ ईस्ट वालो को जेक पूछिए क्या .में आपसे नहीं ये नेता जो प्रूफ मांगते है उससे कह रहा हू . क्यों वह पे प्रूफ न माँगा क्योकि वह वोट बहुत कम है या हमारी सर्कार नहीं है इसलिए ओर पाक की बात करेंगे तो वोट पूरा नार्थ वेस्ट साउथ होंगा क्योकि पाक की बात थाली है..
बस इसी तरह की गन्दी पॉलिटिक्स करोंगे आपको भी मलुन्म है की मलेसिया में भी यही सर्कार ने उग्रवादियो की मलेसिया में जेक मर बगाया था तब चुप क्यों मेरे भाई मुझे जवाब चाहिए .. न की
अप किसी पे भी प्रूफ मांग लो लेकिन सीमा पे जो हमारी रक्षा करते है उपे नहीं क्योकि ऐसा करने पर उनका मनोबर टूट जायेंगा. जब देश की बात आती है तो फविद खान ने बोला की नेशन फर्स्ट तो आपने क्यों नहीं. प्रूफ नहीं देश को ओर सर्जिकल स्ट्राइक चाहिए ऐसा बोलना चाहिए था तो आभकी भी वह वह होती जेसे आज मोदी जी की होती है
जो आपको ये समज न आया हो तो एक example देता हु की
दो माकन थे आसपास एक माकन में २० जन रहते थे और एक में १० अब लेकिन वो जगद (बोलचाली ) बहुत करते थे दूसरा वाल पहले में तंग बहुत आदत था पहले वाला शांत था लेकिन दूसरा वाला रहने नहीं देता था पहले वाले ने एक दिन प्लान बनाया की रत को छिपकर उसको भी बता दू में भी किसी से कम नहीं .और एक दिन बता दिया. पहले वाल जब सूबे उस उठा तो पता चला की वो मर के चला गया हमरे वाले को और सोसाइटी में बताने लगा की कुज हुवा ही नहीं क्योकि अपना नाम ख़राब हो जायेंगा.तो लोगो बताया की कुज नहीं हुवा. अब पहले वाला अंडर ४ लोग ऐसे थे की जो उनका बॉस था वो पसंद नहीं था इसलिय बोला की हम प्रूफ चाहिए बॉस ने बोला देख लो टीवी पर तो देखा तो पहले वाल सभुत मिटा रहा था . अब फिरसे बोला हमें प्रूफ चाहिए .अब पहले वाले ने जिसने किया था उससे बात की लिकिन मना कर दिया मत बताओ प्रूफ उससे हमरे माकन को नुकसान होगा सब तकनीक जन जायेंगे केसे किया था केसे करवाया था कोण लोग थे कितने लोग थे कहा पे किया था केसे आगे गए थे कितने टेक्नोलॉजी थी तो प्रूफ नहीं बताया सिक्यूरिटी की बजह से कह दिया जो है वो टीवी ही है मनन हो तो मन वरना आगे देखना ऐसी बहुत सी हमला होंगा अब फिरसे वो तो गले ही पद गया की प्रूफ दिखावो .. क्योकि उसको बॉस बनना था. अब फिरसे बॉस ने पूछा की बतावु की नहीं फिरसे जिसने चढाई की उसने मन बोला की हमें आगे भी ऐसे ही करने है ओर यही तकनीक उपयोगी होगी मत दिखावो. आपको दिखाना ही है तो पहले वाली की हमरी सीमा में हिलाचल दिख्वो क्योइकी अब पूरी तरह से वो समज गया होगा . ओर हमरे २० लोगो की भी पता चल जायेंगा क्योकि दुश्मन की हिलाचल ओर जयादा सीमा पे उनके जवान रखना ही हमरे सर्जिकल स्ट्राइक का प्रूफ है समज आया मेरे दोस्तों की नहीं
क्याकि हमारे सीमा का सवाल है. हमारे खुभिया ऑपरेशन का सवाल है हमरे जो सोल्जर जो सीमा के उस पर सर्जिकल किया है तब बिना कोई संकोच के किया होंगा न की प्रूफ के लिए .. जब ऐसी कोई सर्जिकल होती है तो मुझे बेबी मूवी याद आती है जब अक्षय दुसरे देश में जाता है तब भारत के लिए जात है, भारत की जनता के लिए जाता है न की कोई प्रूफ बनाने की मेने ये किया है न की कुज दिखने की हम ने कुज करवाया है . तब जाता है एक देशप्रेम की तरफ से लिकेन न की एक इंडियन सिटिज़न की तरफ से . क्योकि आपने भी देखा की कुज होता है वह तो भारत की कोई रेपोंसिबिलिटी नहीं होती क्योकि दो देश की बात है इसलिए.तो मेरे भाईओं आप ही बताओ क्या जब POK हमारे सोल्जर गए तो उनके प्रूफ मांगना क्या ठीक होंगा. बिलकुल गलत है क्योकि ये गए न गए वो बात नहीं लेकिन दुनिया को बता दिया की हम भी अमेरिका से कम नहीं है क्योकि दुनिया पता चला है ये ...अब दूसरा ..
अब में कहना चाहूँगा की पाक ओर इंडिया के बिच बहुत मीडिया में आता है आज ये हुवा आज वो हुवा इसलिए ये नेताओ ने बोला प्रूफ दो मेरे भाई यही सर्कार थी जब मलेसिया में भी जाके आ गई थी आपको पता नहीं होंगा सायद भूल गए लेकिन नार्थ ईस्ट वालो को जेक पूछिए क्या .में आपसे नहीं ये नेता जो प्रूफ मांगते है उससे कह रहा हू . क्यों वह पे प्रूफ न माँगा क्योकि वह वोट बहुत कम है या हमारी सर्कार नहीं है इसलिए ओर पाक की बात करेंगे तो वोट पूरा नार्थ वेस्ट साउथ होंगा क्योकि पाक की बात थाली है..
बस इसी तरह की गन्दी पॉलिटिक्स करोंगे आपको भी मलुन्म है की मलेसिया में भी यही सर्कार ने उग्रवादियो की मलेसिया में जेक मर बगाया था तब चुप क्यों मेरे भाई मुझे जवाब चाहिए .. न की
अप किसी पे भी प्रूफ मांग लो लेकिन सीमा पे जो हमारी रक्षा करते है उपे नहीं क्योकि ऐसा करने पर उनका मनोबर टूट जायेंगा. जब देश की बात आती है तो फविद खान ने बोला की नेशन फर्स्ट तो आपने क्यों नहीं. प्रूफ नहीं देश को ओर सर्जिकल स्ट्राइक चाहिए ऐसा बोलना चाहिए था तो आभकी भी वह वह होती जेसे आज मोदी जी की होती है
जो आपको ये समज न आया हो तो एक example देता हु की
दो माकन थे आसपास एक माकन में २० जन रहते थे और एक में १० अब लेकिन वो जगद (बोलचाली ) बहुत करते थे दूसरा वाल पहले में तंग बहुत आदत था पहले वाला शांत था लेकिन दूसरा वाला रहने नहीं देता था पहले वाले ने एक दिन प्लान बनाया की रत को छिपकर उसको भी बता दू में भी किसी से कम नहीं .और एक दिन बता दिया. पहले वाल जब सूबे उस उठा तो पता चला की वो मर के चला गया हमरे वाले को और सोसाइटी में बताने लगा की कुज हुवा ही नहीं क्योकि अपना नाम ख़राब हो जायेंगा.तो लोगो बताया की कुज नहीं हुवा. अब पहले वाला अंडर ४ लोग ऐसे थे की जो उनका बॉस था वो पसंद नहीं था इसलिय बोला की हम प्रूफ चाहिए बॉस ने बोला देख लो टीवी पर तो देखा तो पहले वाल सभुत मिटा रहा था . अब फिरसे बोला हमें प्रूफ चाहिए .अब पहले वाले ने जिसने किया था उससे बात की लिकिन मना कर दिया मत बताओ प्रूफ उससे हमरे माकन को नुकसान होगा सब तकनीक जन जायेंगे केसे किया था केसे करवाया था कोण लोग थे कितने लोग थे कहा पे किया था केसे आगे गए थे कितने टेक्नोलॉजी थी तो प्रूफ नहीं बताया सिक्यूरिटी की बजह से कह दिया जो है वो टीवी ही है मनन हो तो मन वरना आगे देखना ऐसी बहुत सी हमला होंगा अब फिरसे वो तो गले ही पद गया की प्रूफ दिखावो .. क्योकि उसको बॉस बनना था. अब फिरसे बॉस ने पूछा की बतावु की नहीं फिरसे जिसने चढाई की उसने मन बोला की हमें आगे भी ऐसे ही करने है ओर यही तकनीक उपयोगी होगी मत दिखावो. आपको दिखाना ही है तो पहले वाली की हमरी सीमा में हिलाचल दिख्वो क्योइकी अब पूरी तरह से वो समज गया होगा . ओर हमरे २० लोगो की भी पता चल जायेंगा क्योकि दुश्मन की हिलाचल ओर जयादा सीमा पे उनके जवान रखना ही हमरे सर्जिकल स्ट्राइक का प्रूफ है समज आया मेरे दोस्तों की नहीं
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