अब मंजिल उसकी दूर नहीं थी क्योकि उसका लाश्य हसाल होने ही वाला था तब ही वीसा तो मिल गया था पोलेंड का लेकिन ...
उसका उसी वक्ता २ लाख चोरी हो गए जब वो रस्ते मेसे बैंक से आ रहा था अब उसके पास कुज बचा नहीं था पुलिस कंप्लें की तो फिर तो नहीं निकली लेकिन सिर्फ कंप्लें दर्ज कर दी अब क्या होगा वो सोचकर रात बितादी एक अंजन सहर में क्योकि उसका घर गाव में था सब गाव वाले उसका वेट कर रहे थे की वो आये ओर वो पहला गाववासी है जो विदेश जायेंगा वो भी खुद के पेसे से नहीं ही सारकार के क्योकि सरकार इ स्कीम निकली थी की जो भी गुड करेंगा उसको स्कॉलरशिप मिल जाएँगी लेकिन उसमे से कुज पेसे बैंक पे ० % इन्तेर्रेस्ट से बदने पड़ेंगे . अब उसको पता नहीं था की वो लोगो को पता केसे चला की मेने इतने पेसे निकले है क्योकि वो गाव में से लाया था बैंक में हो. तब गाव जाकर चेक किया की ओर साडी बात अपने फ्रेंड ओर गाव वालो को की तब उसके फ्रेंड ने मदद करने का अश्वासहं दिया ओर जब वो सरकारी कचेरी में गए तो उन्होंने पुलिस कंप्लें करने करनेको बोला ओर वही से उसकी किस्मत खुल गई क्योकि उसका पोलैंड का जो वीसा हेड था वो वह पे कुज कमसे आया था ओर न्होंने बोला की तुम तेंसियो मत लो रुपये है वो तुम चेरितेब्ले ट्रस्ट मदद करेंगे. उन्होंने नंबर दिया . बादमे पता चला की वो चैरिटेबल ट्रस्ट उनके समज की मदद करता है बाद में फिरसे हेड के पास गए तो उन्होंने बोला पिछले १ साल में ये पोस्ट पे हु तुम्हारा जो स्चोलेर्सिप वाला चोरी होना ४ किस्सा है लेकिन मेरी मीटिंग हुई थी पुरे देशके वीसा हेड से उसमे भी तेरे जेसा ही किस्सा सुनाया अब मुझे क=लगत है कुज गर्बाद है किसी सिस्टम में या kओई आदमी में क्योकि मुझे जो चेरिताब्ले ट्रस्ट का फोन आता है वो कई सरे लोगो का फोन आता है इसमें से मेने तुजे एक फोन नंबर दिया था लेकी उसने मन कर दिया तुम पिछले हमें ४ स्टूडेंट से पुच शकते हो की केसे किया था . लेकिन उनका नंबर दुधने में मुझे १ महिना लगेग्न्गा वेट करो . बाद में गर जाकर उनके ऊपर कॉल आया की हम तुजे बिना व्याज पे रूपया देंगे ऐसा एक चैरिटेबल ट्रस्ट का बाद उसने सब कियाप्रोसस ओर बादमे उसने उस्तः में आकर ले लिया बादमे उसको पता चला की हेड से जो बन्दे ने लोन ली थी वो भी यही चेरिताब्ले ट्रस्ट था तो उसको शंका जगी इसलिए उसने सर्च करने चालू की तो पता चल की जो रूपया चोरी हुवे थे वो सब लोग बात लेते है सरकारी अदिके ओर चेरिताब्ले ट्रस्ट ओर ये चेरिताब्ले ट्रस्ट इसिलिय लोया देता है की रुपये हमें दिए है वो लोगो को बता शके ओर हमसे वापस लेंगे लिकं हैण्ड तो हैण्ड ओर लों लेते समय बैंक ट्रांसफ़र इसलिए बादमे ये लोग ट्रस्ट बना रहे है क्योकि उसमे से लोगो से पेसे दान में ले शके ,
उसका उसी वक्ता २ लाख चोरी हो गए जब वो रस्ते मेसे बैंक से आ रहा था अब उसके पास कुज बचा नहीं था पुलिस कंप्लें की तो फिर तो नहीं निकली लेकिन सिर्फ कंप्लें दर्ज कर दी अब क्या होगा वो सोचकर रात बितादी एक अंजन सहर में क्योकि उसका घर गाव में था सब गाव वाले उसका वेट कर रहे थे की वो आये ओर वो पहला गाववासी है जो विदेश जायेंगा वो भी खुद के पेसे से नहीं ही सारकार के क्योकि सरकार इ स्कीम निकली थी की जो भी गुड करेंगा उसको स्कॉलरशिप मिल जाएँगी लेकिन उसमे से कुज पेसे बैंक पे ० % इन्तेर्रेस्ट से बदने पड़ेंगे . अब उसको पता नहीं था की वो लोगो को पता केसे चला की मेने इतने पेसे निकले है क्योकि वो गाव में से लाया था बैंक में हो. तब गाव जाकर चेक किया की ओर साडी बात अपने फ्रेंड ओर गाव वालो को की तब उसके फ्रेंड ने मदद करने का अश्वासहं दिया ओर जब वो सरकारी कचेरी में गए तो उन्होंने पुलिस कंप्लें करने करनेको बोला ओर वही से उसकी किस्मत खुल गई क्योकि उसका पोलैंड का जो वीसा हेड था वो वह पे कुज कमसे आया था ओर न्होंने बोला की तुम तेंसियो मत लो रुपये है वो तुम चेरितेब्ले ट्रस्ट मदद करेंगे. उन्होंने नंबर दिया . बादमे पता चला की वो चैरिटेबल ट्रस्ट उनके समज की मदद करता है बाद में फिरसे हेड के पास गए तो उन्होंने बोला पिछले १ साल में ये पोस्ट पे हु तुम्हारा जो स्चोलेर्सिप वाला चोरी होना ४ किस्सा है लेकिन मेरी मीटिंग हुई थी पुरे देशके वीसा हेड से उसमे भी तेरे जेसा ही किस्सा सुनाया अब मुझे क=लगत है कुज गर्बाद है किसी सिस्टम में या kओई आदमी में क्योकि मुझे जो चेरिताब्ले ट्रस्ट का फोन आता है वो कई सरे लोगो का फोन आता है इसमें से मेने तुजे एक फोन नंबर दिया था लेकी उसने मन कर दिया तुम पिछले हमें ४ स्टूडेंट से पुच शकते हो की केसे किया था . लेकिन उनका नंबर दुधने में मुझे १ महिना लगेग्न्गा वेट करो . बाद में गर जाकर उनके ऊपर कॉल आया की हम तुजे बिना व्याज पे रूपया देंगे ऐसा एक चैरिटेबल ट्रस्ट का बाद उसने सब कियाप्रोसस ओर बादमे उसने उस्तः में आकर ले लिया बादमे उसको पता चला की हेड से जो बन्दे ने लोन ली थी वो भी यही चेरिताब्ले ट्रस्ट था तो उसको शंका जगी इसलिए उसने सर्च करने चालू की तो पता चल की जो रूपया चोरी हुवे थे वो सब लोग बात लेते है सरकारी अदिके ओर चेरिताब्ले ट्रस्ट ओर ये चेरिताब्ले ट्रस्ट इसिलिय लोया देता है की रुपये हमें दिए है वो लोगो को बता शके ओर हमसे वापस लेंगे लिकं हैण्ड तो हैण्ड ओर लों लेते समय बैंक ट्रांसफ़र इसलिए बादमे ये लोग ट्रस्ट बना रहे है क्योकि उसमे से लोगो से पेसे दान में ले शके ,
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